बुआ के जन्म दिन में उन्हें रातभर चोदा

बर्थडे सेक्स कहानी मेरी पापा की चचेरी बहन की चुदाई की है. उन्हें मैं पहले भी चोद चुका था. अपने जन्मदिन पर उन्होंने मुझे बुलाकर अपनी जोरदार चुदाई करवाई.

नमस्कार दोस्तो, मैं राज शर्मा!
आपका हिन्दी सैक्स कहानी पर स्वागत है।

दोस्तो, जैसा कि आप मेरी कहानी
विधवा बुआ को चोदा उसी के घर में
जान चुके हो कि मैं अपनी बुआ को चोदता हूं।

यह नई बर्थडे सेक्स कहानी भी मेरी उसी बुआ की चुदाई की एक सच्ची कहानी है।
इनका नाम बबली है. यह बुआ पापा की विधवा चचेरी बहन है, पापा के ताऊ जी की बेटी हैं।
बबली बुआ विधवा हैं. उनके दो बच्चे हैं.

दोस्तो, 3 मई को बुआ का जन्म दिन था।
मुझे सुबह बुआ का फोन आया- राज आज शाम तुम क्या कर रहे हो?
मैंने कहा- कुछ खास नहीं, क्यों?

बुआ बोली- राज आज मेरा जन्मदिन है और मैं अपना जन्मदिन तुम्हारे साथ मनाना चाहती हूं।
मैंने कहा- यह तो बहुत अच्छा है। हैप्पी बर्थडे बुआ! ? ठीक है, मैं शाम को आ जाउंगा।

फिर शाम को मैं बुआ के लिए उपहार लेकर उनके घर पहुंच गया।
अब बुआ ने 2 कमरों और रसोई वाला अच्छा घर ले लिया था।

बुआ लाल साड़ी में दुल्हन की तरह सजी हुई थी और कोई देखकर नहीं बोल सकता था कि बुआ विधवा है।

मैं केक भी लाया था, दोनों बच्चे और मेरे साथ बुआ ने केक काटी और सबसे पहले मुझे खिलाई और मैंने बुआ को!
फिर दोनों बच्चों को केक खिलाई.

थोड़ी देर बाद दोनों बच्चे खाना खाकर अपने कमरे में जाकर सो गए।

अब मैंने अपने बैग से एक वोतका का हाफ निकाल लिया और पैग बनाने लगा।

बुआ बोली- राज, मैं शराब नहीं पिऊंगी.
मैंने कहा- बुआ, आज आपका जन्मदिन है और आज की पार्टी दोनों साथ में ही करेंगे।

और मैंने पैग उठाकर बुआ को पिला दिया।
मैं भी अपना पैग पी गया।

आज बुआ को देखकर ऐसा लग रहा था कि जैसे वो करवाचौथ व्रत के लिए तैयार हुई कोई नई दुल्हन हो।

बुआ बोली- राज मेरा गिफ्ट कहां है?
मैंने कहा- बुआ गिफ्ट लाया हूं लेकिन तुम्हें मेरी बात माननी पड़ेगी।

एक एक पैग पीकर बुआ बोली- राज, मैं तो तेरी सारी बात मानूंगी. बोल क्या है?

मैंने बुआ से पूछा- बच्चे सो गए क्या?
वो बोली- राज दरवाजा बंद है. तू उनकी टेंशन क्यों लेता है।

मैंने अपने बैग से एक पैग डिब्बा बुआ को दिया।
बुआ ने मुझे चूमते हुए कहा- थैंक्स राज! पता है आज 5 साल बाद मैंने अपना जन्मदिन मनाया है।
मैंने कहा- बुआ मेरा गिफ्ट तो देख लो।

बुआ ने जैसे ही डिब्बा खोला, वो चौंक गई.
डिब्बे में जालीदार ब्रा पैन्टी का सैट रखा था और एक गुलाबी हाफ नाईटी!

बुआ बोली- राज ये सब क्या है? मैं इस तरह के कपड़े नहीं पहनती हूं।
मैंने कहा- बुआ, ये मेरी पसंद के हैं. अब एक बार पहनकर दिखाओ, फिर बोलना कैसे हैं?

पहले बुआ मना करने लगी पर मेरे बार बार बोलने पर मान गई.

मैंने उसकी साड़ी ब्लाउज पेटीकोट उतार दिया.
अब वो ब्रा पैन्टी में मेरे सामने थी।

फिर मैंने उसकी ब्रा पैन्टी उतार कर फेंक दी और कहा- लो अब ये पहनो!
बुआ ने जैसे ही पैन्टी पहनी तो कट वाली पैंटी में उसकी बड़ी गांड साफ दिख रही थी.

और फिर ब्रा पहनी जिसमें चूचियां दिख रही थी।

फिर बुआ ने नाईटी पहनी और मेरे पास आकर बोली- राज देख!
मैंने देखा तो बुआ बिल्कुल सैक्सी मूवी की हीरोइन लग रही थी।

मैं उसे शीशे के सामने ले गया.
अपने आपको इतनी सैक्सी रूप में देखकर बुआ ख़ुश हो गई और मुझे चूमने लगी।

फिर मैंने एक-एक पैग और बनाया, हम दोनों ने एक-दूसरे को पैग पिलाया।

तब हम दोनों बिस्तर पर आ गए और एक-दूसरे को चूमने लगे।

आज बुआ बहुत खुश थी, वो बोलने लगी- राज आज तुमने मेरा इतना शानदार जन्मदिन मनाया थैंक्स मेरे राजा!
मैंने कहा- मेरी जान, कोई बात नहीं है!
और चूमने लगा.

मैंने नाइटी उतार दी और उसकी चूचियों को मसलने लगा.
अब बुआ के हाथ मेरी पैंट तक पहुंच गए और उसने लंड बाहर निकाल लिया।

मैंने ब्रा निकाल दी और बूब्स चूसने लगा, वो लंड को सहलाने लगी।

उसने मेरी टी-शर्ट बनियान उतार दी और चूमने लगी।

मैंने उसे बिस्तर पर लिटा दिया और बुआ की पैंटी निकाल दी और अपनी पैंट अंडरवियर उतार कर नंगा हो गया।
अब मैं उसकी चिकनी साफ चूत को चाटने लगा।

बुआ ने बताया- मैंने आज दिन में बाल साफ़ किए हैं।

मैं बुआ की चूत को चाटने लगा, उसकी क़मर पकड़कर जीभ घुसा कर गपागप अंदर बाहर करने लगा।

एकदम से मुझे याद आया मैंने टेबल से केक उठाकर चूचियों पर और चूत में लगा दी और चाटने लगा।

धीरे धीरे मैं चूत का सारा केक चाटकर खा गया और चूचियों को चूसने चाटने लगा।

अब बुआ ने मुझे पलंग पर बैठा दिया और खुद लंड पर केक लगाने लगी; पूरे लंड को केक में चोकलेटी कर दिया और गपागप गपागप चूसने लगी।

बुआ लंड चूसते चूसते केक खा गई और लंड को तैयार कर दिया।

अब मैंने बुआ को पलंग पर लिटा दिया और लंड चूत में घुसा कर गपागप गपागप अंदर बाहर करने लगा.
वो मेरी पीठ पर नाखून गड़ाने लगी।

मैं और तेज़ तेज़ चोदने लगा.
अब वो आह हहह आह हहह आह ओह करके चिल्ला चिल्ला कर चुदवाने लगी.

बुआ अपनी चूत उठा उठा कर लंड लेने लगी थी और बोल रही थी- आहह आहहह राज … और तेज़ तेज़ चोद मुझे!

अब मैं भी बुआ को तेज़ तेज़ चोदने लगा और बोलने लगा- हां मेरी रानी, ले ले!

मेरा लन्ड बुआ की मखमली चूत में मेरा लन्ड गपागप गपागप अंदर बाहर अंदर बाहर करने लगा और मैं उसकी चूचियों को चूसने काटने लगा.
और वो ऊईईई आहहहह आहहह करके चिल्ला चिल्ला कर अपनी चूत चुदाई का मज़ा ले रही थी।

अब मैंने उसे अपने लंड पर बैठने को कहा.
वो चूत रखकर बैठ गई और लंड पर उछल उछल कर चुदवाने लगी उसकी चूचियां हवा में झूलने लगी।

क्या मस्त नजारा था … मैं अपनी बुआ को अपनी रखैल बनाकर चोद रहा था।
और वो मस्ती में अपनी गांड पटक पटक कर चुदाई का पूरा मज़ा ले रही थी।

अब बुआ का शरीर अकड़ गया और आहहह आहहह करके उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया और लंड गीला कर दिया।

चूत के पानी से लंड और चिकना हो गया और चूत रस नीचे बहने लगा.
अब फच्च फच्च की आवाज निकलने लगी थी।

मैंने बुआ को लंड से उठाकर बिस्तर पर लिटा दिया और मुंह में अपना लन्ड घुसा दिया और वो लोलीपॉप जैसे चूसने लगी।

दोस्तो, आज नशे में बुआ को चोदने में और मजा आ रहा था।
अब मैंने बुआ को बिस्तर पर झुका दिया और टांग उठाकर चोदने लगा।

बुआ आह आहह हह आह करके मज़े से अपनी चूत में लन्ड लेने लगी थी।
अब मैंने अपने झटकों की रफ्तार और बढ़ा दी और गपागप गपागप अंदर बाहर करने लगा।
10 मिनट लगातार बुआ को घोड़ी बनाकर चोदने के बाद अंदर ही माल छोड़ दिया।

अब दोनों बिस्तर पर लेट गए और बातें करने लगे।
थोड़ी देर बाद मैंने एक-एक पैग और बनाया और हम दोनों पी गए; फिर वापस बिस्तर में आकर मस्ती करने लगे, 69 में आकर लंड चूत चूसने लगे।

कुछ देर के बाद मैंने बुआ को चोदना शुरू कर दिया और गपागप चोदने लगा।
बुआ बहुत खुश थी … आज उसके जन्मदिन पर उसकी जबरदस्त चुदाई हो रही थी.

थोड़ी देर बाद अब मेरा मन बुआ की गांड चोदने का हो गया।
मैंने बुआ को घोड़ी बनाया और उसकी गान्ड में थूक भर दिया और लंड रगड़ना शुरू कर दिया।

बुआ अपनी गांड पीछे करने लगी.
मैंने जोर से धक्का लगाया तो बुआ ऊईई ईईई ऊई ईईई करने लगी.

बुआ की गांड में लंड ठोक कर मैंने लंड को आगे पीछे करना शुरू कर दिया। बुआ अब आह आह ओहह करके अपनी गांड आगे पीछे करने लगी।

मैं बुआ की कमर पकड़कर चोदने लगा। अब थप थप थप थप की आवाज़ आने लगी,.

अब उसकी बड़ी बड़ी चूचियां मेरे हाथों में आ गई थी जिन्हें मसल मसल कर झटके पे झटके मारने लगा।

20 मिनट बाद में बुआ की गांड में झड़ गया और दोनों चिपक कर लेट गए।
बात करते करते दोनों सो गए।

सुबह दोनों जागे.
6 बज गए थे, हम दोनों बाथरूम में गए और साथ में नहाये.

एक बार फिर से बाथरूम में 30 मिनट की फुल चुदाई हुई।

उसके बाद 7 बजे में अपने कमरे में आ गया।

दोस्तो, ऐसे मैंने अपनी बुआ को उसके जन्मदिन पर चोदकर उसे खुश किया।

बर्थडे सेक्स कहानी पढ़कर कमैंट जरूर करें.
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